ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचांग नाम पाँच प्रमुख भागों से बना है इसी कारण इसे पंचांग कहा गया है, पंचांग - तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इसकी गणना के आधार पर ही हिंदू पंचांग की तीन धाराएँ हैं- पहली चंद्र आधारित है , दूसरी नक्षत्र आधारित है और तीसरी सूर्य आधारित है । भिन्न-भिन्न रूप में यह पूरे भारत वर्ष में माना जाता है।
Today Panchang
A panchāng could be a Hindu calendar and chronicle, which takes after conventional units of Hindu timekeeping,
पंचांग आज एक नजर में - तिथि दशमी रात 09:41 बजे तक फिर एकादशी । नक्षत्र रेवती सुबह 06:14 बजे तक फिर अश्विनी। योग अतिगंडा सुबह 04:52 बजे तक और उसके बाद सुकर्मण। करण वनिजा सुबह 09:09 बजे तक, फिर विष्टी रात 09:41 बजे तक, फिर बावा।