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गणेश पूजा

🌺 "विघ्नहर्ता का स्वागत करें – श्री गणेश पूजन से आरंभ हो हर शुभ कार्य"

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॥ माना जाता है की गणेश जी की पूजा करने से बुद्धि तथा विवेक की प्राप्ति होती है! तथा प्रतिदिन गणेश भगवान् का पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, और हर काम में सफलता की प्राप्ति होती है, इसीलिए ही जब भी हम कोई नया कार्य प्रारम्भ करते है तो सबसे पहले गणेश भगवान् का पूजन किया जाता है, तथा कोई भी पूजन करने से पहले भगवन गणेश का पूजन होता है तथा उसके बाद ही अन्य पूजा की जाती है! भगवान् गणेश का पूजन करने से जीवन में आ रही सभी परेशानियों व विपत्तियों से छुटकारा मिलता है, इसीलिए ही उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है

श्री गणेश पूजन हर शुभ कार्य की पहली सीढ़ी है। उन्हें विघ्नहर्ता और संकटमोचन कहा जाता है, जो अपने भक्तों के जीवन से सभी बाधाओं को दूर कर मार्ग प्रशस्त करते हैं। गणेश पूजन में दूर्वा, मोदक, लाल पुष्प और मंत्रों से भगवान का आवाहन किया जाता है। यह पूजा बुद्धि, विवेक, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति का अद्भुत माध्यम है।

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🪔 "श्री गणेश पूजन: श्रद्धा, शुभता और सफलता का प्रथम द्वार" 🪔


ॐ गं गणपतये नमः
यह सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली मंत्र है। इसे बार-बार जाप करने से बाधाएँ दूर होती हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
भगवान गणेश की पूजा से जीवन में नई शुरुआत का मार्ग खुलता है। चाहे विवाह हो, गृह प्रवेश हो या कोई नया व्यापार — श्री गणेश पूजन के बिना कोई भी कार्य पूर्ण नहीं माना जाता। उनकी पूजा से मन में स्थिरता, कार्य में सफलता और जीवन में संतुलन आता है। इस पावन अवसर पर गणपति बप्पा से करें अपने जीवन के हर क्षेत्र को मंगलमय बनाने की प्रार्थना।

🎉 "मंगल मूर्ति का पूजन – हर दिन हो मंगलमय" 🎉

श्री गणेश को मंगल मूर्ति कहा जाता है — उनके पूजन से ही जीवन में शुभता आती है। विनायक चतुर्थी, बुधवार या किसी भी महत्वपूर्ण दिन पर उनका पूजन विशेष फलदायी होता है। गणेश पूजन में पंचामृत, दूर्वा, मोदक और सिंदूर अर्पित कर भगवान को प्रसन्न किया जाता है। आइए, इस शुभ दिन पर श्री गणेश का आवाहन कर सभी विघ्नों का नाश करें।

pandit ji in lucknow

📿 मंत्र उच्चारण का महत्व

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
ऐसी मान्यता है की गणेश चतुर्थी भगवान् गणेश जी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है! गणेश, भगवान् शिव तथा पार्वती के पुत्र है, गणेश चतुर्थी वैसे तो पूरे भारत वर्ष में मनाई जाती है परन्तु महाराष्ट्र के लोगो को गणेश चतुर्थी का बेसब्री से इंतजार रहता है गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश का धूम-धाम से पूजा व आरती की जाती है ! गणेश जी को दूर्वा चढाने की भी परम्परा है, तथा आरती के पश्चात प्रसाद का वितरण होता है ! भगवान् गणेश को प्रसाद के रूप में मोदक या लड्डू चढ़ाया जाता है, क्योकि यह भगवान् गणेश का प्रिय भोजन है तथा इसके साथ-साथ भगवान गणेश को केला भी बहोत पसंद है तथा वह भी प्रसाद के रूप में अर्पित किया जाता है !

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